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हमारी गतिविधियां

सफाई सेना स्थानीय साप्ताहिक बैठकों, नेताओं के साथ एक मासिक बैठक, एक वार्षिक बैठक और विभिन्न समितियों के माध्यम से काम करती है:

1. फेसबुक समिति
2. पुनर्वास समिति
3. सफाई नामा समिति
4. वित्त समिति
5. ई-वेस्ट (अपशिष्ट) समिति

सफाईनामा

हम अपना समाचारपत्र, सफाई नामा भी निकालते हैं। वर्तमान और पिछले मुददे पढ़ें:

सफाईनामा अंक 1 सितंबर 2011 (158 KB)

सफाईनामा अंक 2, नवम्बर 2011 (204 KB)

सफाईनामा अंक 3, जनवरी 2012 (296 KB)

सफाईनामा अंक 4, मार्च 2012 (348 KB)

फेसबुक पर हमें पाएं

हमारा फेसबुक पेज एक फेसबुक समिति द्वारा संचालित किया जाता है, जिसमें सफाई सेना के पांच अपशिष्ट रिसाइकिलर शामिल हंै, बाहरी मदद के साथ। हमारे पेज पर यहां से सम्पर्क करें:

http://www.facebook.com/pages/Safai-Sena/114925988599337

अपशिष्ट से ऊर्जा संयंत्र

सफाई सेना के सैकड़ों सदस्य गाजीपुर और ओखला लैंडफिल साइटों पर कार्य करते हैं और वे बहुत हद तक दोनों लैंडफिलों से आने वाले अपशिष्ट पर निर्भर हैं। यह अपशिष्ट दो अपशिष्ट-से-ऊर्जा संयत्रों को भेज दिया जाएगा, जैसे ही वे कार्य करना शुरू करेंगे। इससे सफाई सेना के सदस्यों के लिए आजीविका की कमी हो सकती है और उनके बच्चों को मजबूरन काम करना पड़ सकता है, कम से कम अंशकालिक रूप से। इस मसले पर हमने कई बार चर्चा की और निर्णय लिया कि यह कार्य दशाओं को सुधारने का एक अवसर भी है, जो लैंडफिल पर बहुत बुरी हैं। इसलिए, हमने एक ‘पुनर्वास समिति‘ गठित की है, और एक ऐसी पुनर्वास योजना बना रहे हैं, जहां हम काम कर सकें और जितना धन हम वर्तमान में कमा रहे हैं, उतना ही या उससे अधिक धन कमा सकें। हममें से अधिकांश अपशिष्ट से संबंधित काम ढूंढेंगे और कुछ नया काम तलाश रहे हैं। हम सभी बेहतर जीवन जीना चाहते हैं, जहां हमारे काम का सम्मान हो, स्वच्छकार सुरक्षित हो और हमारे बच्चे पढ़ सकें।

यू-आइडी स्मार्ट कार्ड

भारत सरकार ने सभी भारतीयों को एक पहचान प्रदान करने के लिए एक पहल की, जिसे यू-आईडी कहते हैं। ये यू-आई कार्ड प्राप्त करने में सफाई सेना अपने सदस्यों की मदद कर रही है, क्योंकि आमतौर पर कूड़े बीनने वालों और कबाडि़यों के पास कोई दस्तावेज नहीं होता है और उन्हें हर बार शर्मिन्दा होना पड़ता है। सबसे पहले सफाई सेना ने बैठकों के माध्यम से कूड़ा बीनने वालों को यूआईडी स्मार्ट कार्ड के बारे में जागरूक किया। यूआईडी स्मार्ट कार्ड फाॅर्म को कैसे भरें, इसके लिए नेताओं के साथ कई कार्यशालाएं आयोजित की गईं। इसके बाद, हमने अपने कार्य स्थल में कूड़ा बीनने वालों के फाॅर्म भरना शुरू किए। प्रथम 4 महीनों में, अक्टूबर 2011 से 31 जनवरी 2012 तक सिहानी, चुंगी, भोपुरा, खाजुरी, भोपुरा, तायखंड, तुगलकाबाद विस्तार, पुश्ता, जहांगीर पुरी और सीमापुरी से सफाई सेना के सदस्यों के लिए कुल 503 यूआईडी स्मार्ट कार्ड पंजीकृत हुए।

रैमको एन्वायरो लिमिटेड की साझेदारी में दरवाजों पर कूड़ा संग्रहण

अपने सदस्यों के लिए पर्यावरण अनुकूल उचित काम सुनिश्चित करना सफाई सेना के प्रमुख उद्देश्यों में से एक रहा है। इसका एक भाग यह सुनिश्चित करना है कि कूड़े बीनने वाले या तो सीधे दरवाजे से कूड़ा संग्रहण करें या फिर एक पारदर्शी, स्पष्ट तरीके से वे किसी ठेकेदार के साथ कार्य करें। रैमको को फरीदाबाद, हरियाणा में दरवाजे से कूड़ा संग्रहण के लिए ठेका मिलने के बाद, सफाई सेना ने उनके साथ यह सुनिश्चित करने के लिए काम किया कि मौजूदा कूड़े बीनने वाले नई प्रणाली के अन्तर्गत दरवाजे से कूड़ा उठाने वाले संग्राहक बनकर अपने काम को उन्नत बनाने में सक्षम हैं। हमने एक अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं और वर्ष 2012 में 200,000 से भी अधिक घरों की सेवा की जाएगी। पर्यवेक्षण, यूनीफाॅर्म और हेल्प-लाईनों की लागत का भुगतान रैमको करेगा और सफाई सेना दरवाजे से कूड़े का संग्रहण कार्य करेगी, अपने सदस्यों को यह यकीन दिलाते हुए कि वे निर्वाह वेतन या इससे अधिक कमाने में सक्षम हैं। चिन्तन प्रशिक्षण और ऋण द्वारा मदद करेगा, यदि जरूरी हो।